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Sunday, November 12, 2017

Mumbai To Goa Ferry Ship Service



Mumbai To Goa Ferry Service To Start In December And We Are Super Excited

From songs being penned about to it, to entire movies being made around it – Mumbai to Goa is a legendary trip that is almost like a rite of passage for every 20-something. Some fly to Goa, while others do a road trip. Some even take an overnight train to get to their favourite destination.
Now, however, your Mumbai-Goa plans can be even more exciting, as you can travel to the state of sand and sunshine by sea!
Photos of Mumbai To Goa Ferry Service To Start In December And We Are Super Excited 1/3 by Aakanksha Magan

Yes! A Mumbai to Goa ferry service is being flagged off in the first week of December. Union minister Nitin Gadkari announced, "While cruise lines will reduce pollution, tourists will enjoy the experience (of travelling by inland waterways).”
Photos of Mumbai To Goa Ferry Service To Start In December And We Are Super Excited 2/3 by Aakanksha Magan


Many cruise ships have been operating between these routes through the years. One was a Scandinavian-built vessel that took holidayers between Mumbai and Panjim (Goa) from 1994 to 2004. But this was the last of them. There hasn't been any sea travel between the two cities since 2004.
Photos of Mumbai To Goa Ferry Service To Start In December And We Are Super Excited 3/3 by Aakanksha Magan

But now, it seems that travellers will get this opportunity again. The new ferry service is expected to take seven hours between Mumbai and Goa, and will have stops in Ratnagiri district and Malvan, before docking in Panjim. It is expected to be an air-conditioned luxury liner with a capacity of 200 to 300 passengers.
And once you reach Goa, all tanned and relaxed, this is all that you can do there!

Sunday, October 1, 2017

Temples of Ancient Bagan, Myanmar in 4K (Ultra HD)

मापने वाले यंत्र

मापने वाले यंत्र*🎯🎯🎯🎯

1) *अल्टीमीटर* → उंचाई सूचित करने हेतु वैज्ञानिक यंत्र

2) *अमीटर* → विद्युत् धारा मापन

3) *अनेमोमीटर*→ वायुवेग का मापन

4) *ऑडियोफोन*→ श्रवणशक्ति सुधारना

5) *बाइनाक्युलर*→ दूरस्थ वस्तुओं को देखना

6) *बैरोग्राफ* → वायुमंडलीय दाब का मापन

7) *क्रेस्कोग्राफ*→ पौधों की वृद्धि का अभिलेखन

8) *क्रोनोमीटर* → ठीक ठीक समय जान्ने हेतु जहाज में लगायी जाने वाली घड़ी

9) *कार्डियोग्राफ* → ह्रदयगति का मापन

10) *कार्डियोग्राम* → कार्डियोग्राफ का कार्य में सहयोगी

11) *कैपिलर्स* →दूरियां मापने का

12) *डीपसर्किल* → नतिकोण का मापन

13) *डायनमो*→ यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत् उर्जा में बदलना

14) *इपिडियास्कोप*→ फिल्मों का पर्दे पर प्रक्षेपण
15) *फैदोमीटर* → समुद्र की गहराई मापना

16) *गल्वनोमीटर* → अति अल्प विद्युत् धारा का मापन

17) *गाड्गरमुलर*→ परमाणु कण की उपस्थिति व् जानकारी लेने हेतु

18) *मैनोमीटर* → गैस का घनत्व नापना

19) *माइक्रोटोम्स*→ किसी वस्तु का अनुवीक्षनीय परिक्षण हेतु छोटे भागों में विभाजित करता है।

20) *ओडोमीटर* → कार द्वारा तय की गयी दूरी बताता है।

21) *पेरिस्कोप* → जल के भीतर से बाहरी वस्तुएं देखि जाती हैं।

22) *फोटोमीटर*→ प्रकाश दीप्ति का मापन

23) *पाइरोमीटर*→ अत्यंत उच्च ताप का मापन

24) *रेडियोमीटर* → विकिरण द्वारा विकरित उर्जा का मापन

25) *सीज्मोमीटर* → भूकंप की तीव्रता का मापन

26) *सेक्सटेंट* → ग्रहों की उंचाई जानने हेतु
 27) *ट्रांसफॉर्मर* → प्रत्यावर्ती धारा की वोल्टता में परिवर्तन करने हेतु

28) *टेलीप्रिंटर*→ टेलीग्राफ द्वारा भेजी गयी सूचनाओं को स्वतः छापने वाला यंत्र

29) *टैक्सीमीटर*→ टैक्सीयों में किराया दर्शाने वाला यंत्र

30) *टैकोमीटर* → मोटरबोट व् वायुयान का वेगमापक

31) *टेलीस्कोप* → दूरस्थ वस्तुओं को देखने में सहायक यंत्र

32) *जाइरोस्कोप*→   वस्तु की गतिकी का अध्ययन

33) *ग्रेवीमीटर* → जल में उपस्थित तेल क्षेत्रों का पता लगाना

34) *ग्रामोफोन* → रिकार्ड पर उपस्थित ध्वनि को पुनः सुनाने वाला यंत्र
35) *कायमोग्राफ* → रक्तदाब, धडकन का अध्ययन

36) *कायनेस्कोप*→ टेलीविजन स्क्रीन के रूप में

37) *कैलिपर्स* → छोटी दूरियां मापने वाला यंत्र

38) *कैलोरीमीटर*→ ऊष्मामापन का कार्य

39) *कार्ब्युरेटर* → इंजन में पेट्रोल का एक निश्चित भाग वायु में भेजने वाला यंत्र

40) *कम्पास*→ दिशा ज्ञान हेतु प्रयुक्त

41) *कम्प्यूटेटर*→ विद्युत्धारा की दिशा बताने वाला यंत्र

42) *एपिकायस्कोप*→ अपारदर्शी चित्रों को पर्दे पर दिखाना

43) *एपिडोस्कोप* → सिनेमा में पर्दे पर चित्रों को दिखाना
44) *एस्केलेटर* → चलती हुई यांत्रिक सीढियां

45) *एक्सियरोमीटर* → वायुयान का वेगमापक

46) *एक्टियोमीटर* → सूर्य किरणों की तीव्रता मापने का यंत्र

47) *एयरोमीटर* → गैसों का भार व् घनत्व मापक

48) *एक्युमुलेटर* → विद्युत् उर्जा संग्राहक

49) *ओसिलोग्राफ* → विद्युत् अथवा यांत्रिक कम्पन सूचित करने हेतु

50) *स्टेथोस्कोप*→ ह्रदय व् फेफड़े की गति के अध्ययन हेतु

51) *स्फिग्नोमैनोमीटर* → धमनियों में रक्तदाब की तीव्रता ज्ञात करना।।

52) *जीटा*→ शून्य उर्जाताप नाभिकीय संयोजन

53) *डेनियल सेल* → परिपथ में विद्युत् उर्जा प्रवाहित करने हेतु

54) *डिक्टाफोन* → बातचीत रिकार्ड करके पुनः सुनाने वाला यंत्र

55) *डायलिसिस* → गुर्दे खराब होने पर रक्त शोधन हेतु

56) *थर्मामीटर* → ताप मापन हेतु

57) *थर्मोस्टेट* → ताप स्थाई बनाये रखने हेतु
  58) *हिप्सोमीटर* → समुद्र तल से उंचाई ज्ञात करने हेतु
59) *हाइड्रोफोन* → पानी के भीतर ध्वनि अंकित करना

60) *स्पेक्ट्रोमीटर*→प्रकाश का अपवर्तनांक ज्ञात करना

61) *हाइड्रोमीटर*→ द्रवों की आपेक्षिक आर्द्रता ज्ञात करना

62) *हाइग्रोमीटर*→ वायु की आपेक्षिक आर्द्रता ज्ञात करना

63) *स्टीरियोस्कोप* → फोटो को पर्दे पर त्रिविमीय रूप में दिखाना

64) *वानडीग्राफ जनरेटर* → उच्च विभवान्तर उत्पन्न करना

65) *वोल्टामीटर*→ विभवान्तर मापना

66) *लैक्टोमीटर*→ दूध की शुद्धता मापना

67) *रिफ़्रैक्टोमीटर*→ माध्यमों के अपवर्तनांक ज्ञात करना।

68) *रेन गेज* → वर्षा की मात्रा का मापन

69) *रेडिएटर* → वाहनों के इंजन को ठंडा रखना

70) *रेफ्रिजरेटर*:: विशेषतः खाद्य पदार्थों को ठंडा रखना

71) *राडार* → वायुयान की स्थिति ज्ञात करना

72) *माइक्रोमीटर* → अति लघु दूरियां नापना

73) *मेगाफोन*→ ध्वनि को दूरस्थ स्थानों पर ले जाना

74) *बैटरी* → विद्युत् उर्जा का संग्रहण

75)  *बैरोमीटर*→ वायुदाब का मापन वाले यंत्र*

भारतीय नदियां

*📒 भारतीय नदियां 📒*

 ---------------------------------------
*1 सिन्धु नदी* :-    
•लम्बाई: (2,880km)
• उद्गम स्थल: मानसरोवर झील के निकट
• सहायक नदी:(तिब्बत) सतलुज, व्यास,
झेलम, चिनाब,
रावी, शिंगार,
गिलगित, श्योक जम्मू और कश्मीर, लेह
---------------------------------------
*2 झेलम नदी*
•लम्बाई: 720km
•उद्गम स्थल: शेषनाग झील,
जम्मू-कश्मीर
•सहायक नदी: किशन, गंगा, पुँछ लिदार,करेवाल,
सिंध जम्मू-कश्मीर,
कश्मीर
---------------------------------------
*3 चिनाब नदी*
•लम्बाई: 1,180km
•उद्गम स्थल: बारालाचा दर्रे के निकट
•सहायक नदी: चन्द्रभागा जम्मू-कश्मीर
---------------------------------------
*4 रावी नदी*
•लम्बाई: 725 km
•उद्गम स्थल:रोहतांग दर्रा,
कांगड़ा
•सहायक नदी :साहो, सुइल पंजाब
--------------------------------------
*5 सतलुज नदी*
•लम्बाई: 1440 (1050)km  •उद्गमस्थल:मानसरोवर के निकट राकसताल
•सहायक नदी : व्यास, स्पिती,
बस्पा हिमाचल प्रदेश, पंजाब
------------------------------------
*6 व्यास नदी*
•लम्बाई: 470
•उद्गम स्थल: रोहतांग दर्रा  •सहायक नदी:तीर्थन, पार्वती,
हुरला
---------------------------------------
*7 गंगा नदी*
•लम्बाई :2,510 (2071)km  •उद्गम स्थल: गंगोत्री के निकट गोमुख से
• सहायक नदी: यमुना, रामगंगा,
गोमती,
बागमती, गंडक,
कोसी,सोन,
अलकनंदा,
भागीरथी,
पिण्डार,
मंदाकिनी, उत्तरांचल,
उत्तर प्रदेश,
बिहार,
--------------------------------------
*8 यमुना नदी*
•लम्बाई: 1375km
•उद्गम स्थल: यमुनोत्री ग्लेशियर
•सहायक नदी: चम्बल, बेतवा, केन,
टोंस, गिरी,
काली, सिंध,
आसन
-------------------------------------
*9 रामगंगा नदी*
•लम्बाई: 690km
•उद्गम स्थल:नैनीताल के निकट एक हिमनदी से
• सहायक नदी:खोन
---------------------------------------
*10 घाघरा नदी*
•लम्बाई: 1,080 km
•उद्गम स्थल:मप्सातुंग (नेपाल)
• सहायक नदी:हिमनद शारदा, करनली,
कुवाना, राप्ती,
चौकिया,
--------------------------------------
*11 गंडक नदी*
•लम्बाई: 425km
•उद्गम स्थल: नेपाल तिब्बत सीमा पर मुस्ताग के निकट •सहायक नदी :काली गंडक,
त्रिशूल, गंगा
--------------------------------------
*12 कोसी नदी*
•लम्बाई: 730km
•उद्गम स्थल: नेपाल में सप्तकोशिकी
(गोंसाईधाम)
•सहायक नदी: इन्द्रावती,
तामुर, अरुण,
कोसी
--------------------------------------
*13 चम्बल नदी*
•लम्बाई: 960 km
•उद्गम स्थल:मऊ के निकट जानापाव पहाड़ी से
•सहायक नदी :काली सिंध,
सिप्ता,
पार्वती, बनास
---------------------------------------
*14 बेतवा नदी*
•लम्बाई: 480km
•उद्गम स्थल: भोपाल के पास उबेदुल्ला गंज के पास मध्य प्रदेश
---------------------------------------
*15 सोन नदी*
•लम्बाई: 770 km
•उद्गमस्थल:अमरकंटक की पहाड़ियों से
•सहायक नदी:रिहन्द, कुनहड़
---------------------------------------
*16 दामोदर नदी*
•लम्बाई: 600km
•उद्गम स्थल: छोटा नागपुर पठार से दक्षिण पूर्व
•सहायक नदी:कोनार,
जामुनिया,
बराकर झारखण्ड,
पश्चिम बंगाल
---------------------------------------
*17 ब्रह्मपुत्र नदी*
•लम्बाई: 2,880km
•उद्गम स्थल: मानसरोवर झील के निकट (तिब्बत में सांग्पो)
•सहायक नदी: घनसिरी,
कपिली,
सुवनसिती,
मानस, लोहित,
नोवा, पद्मा,
दिहांग अरुणाचल प्रदेश, असम
------------------------------------
*18 महानदी*
•लम्बाई: 890km
•उद्गम स्थल: सिहावा के निकट रायपुर
•सहायक नदी: सियोनाथ,
हसदेव, उंग, ईब,
ब्राह्मणी,
वैतरणी मध्य प्रदेश,
छत्तीसगढ़,
उड़ीसा
--------------------------------------
*19 वैतरणी नदी*
• लम्बाई: 333km
•उद्गम स्थल:क्योंझर पठार उड़ीसा
---------------------------------------
*20 स्वर्ण रेखा*
•लम्बाई: 480km
•उद्गम स्थल ;छोटा नागपुर पठार उड़ीसा,
झारखण्ड,
पश्चिम बंगाल
---------------------------------------
*21 गोदावरी नदी*
•लम्बाई: 1,450km
•उद्गम स्थल: नासिक की पहाड़ियों से
•सहायक नदी:प्राणहिता,
पेनगंगा, वर्धा,
वेनगंगा,
इन्द्रावती,
मंजीरा, पुरना महाराष्ट्र,
कर्नाटक,
आन्ध्र प्रदेश
-----------;;---;--------------------
*22 कृष्णा नदी*
•लम्बाई: 1,290km
•उद्गम स्थल: महाबलेश्वर के निकट
•सहायक नदी: कोयना, यरला,
वर्णा, पंचगंगा,
दूधगंगा,
घाटप्रभा,
मालप्रभा,
भीमा, तुंगप्रभा,
मूसी महाराष्ट्र,
कर्नाटक,
आन्ध्र प्रदेश
---------------------------------------
*23 कावेरी नदी*
•लम्बाई: 760km
•उद्गम स्थल: केरकारा के निकट ब्रह्मगिरी
•सहायक नदी:हेमावती,
लोकपावना,
शिमला, भवानी,
अमरावती,
स्वर्णवती कर्नाटक,
तमिलनाडु
---------------------------------------
*24 नर्मदा नदी*
•लम्बाई: 1,312km
•उद्गम स्थल :अमरकंटक चोटी
•सहायक नदी: तवा, शेर, शक्कर,
दूधी, बर्ना मध्य प्रदेश,
गुजरात
--------------------------------------
*25 ताप्ती नदी*
•लम्बाई: 724km
•उद्गम स्थल: मुल्ताई से (बेतूल)
•सहायक नदी: पूरणा, बेतूल,
गंजल, गोमई मध्य प्रदेश,
गुजरात
---------------------------------------
*26 साबरमती*
•लम्बाई: 716km
•उद्गम स्थल: जयसमंद झील
(उदयपुर)
•सहायक नदी:वाकल, हाथमती राजस्थान,
गुजरात
-------------------------------------
*27 लूनी नदी*
•उद्गम स्थल: नाग पहाड़  •सहायक नदी:सुकड़ी, जनाई,
बांडी राजस्थान,
गुजरात,
मिरूडी,
जोजरी
--------------------------------------
*28 बनास नदी*
•उद्गम स्थल: खमनौर पहाड़ियों से
•सहायक नदी :सोड्रा, मौसी,
खारी कर्नाटक,
तमिलनाडु
---------------------------------------
*29 माही नदी*
•उद्गम स्थल: मेहद झील से  •सहायक नदी:सोम, जोखम,
अनास, सोरन मध्य प्रदेश,
गुजरात
---------------------------------------
*30 हुगली नदी*
•उद्गम स्थल: नवद्वीप के निकट
•सहायक नदी: जलांगी
---------------------------------------
*31 उत्तरी पेन्नार*
•लम्बाई: 570km
•उद्गम स्थल: नंदी दुर्ग पहाड़ी •सहायक नदी:पाआधनी,
चित्रावती,
सागीलेरू
---------------------------------------
*32 तुंगभद्रा नदी*
•उद्गम स्थल: पश्चिमी घाट में गोमन्तक चोटी
•सहायक नदी:कुमुदवती, वर्धा,
हगरी, हिंद, तुंगा,
भद्रा
---------------------------------------
*33 मयूसा नदी*
•उद्गम स्थल: आसोनोरा के निकट
•सहायक नदी: मेदेई
---------------------------------------
*34 साबरी नदी*
•लम्बाई: 418km
•उद्गम स्थल: सुईकरम पहाड़ी  •सहायक नदी:सिलेरु
---------------------------------------
*35 इन्द्रावती नदी*
•लम्बाई: 531km
•उद्गम स्थल :कालाहाण्डी,
उड़ीसा
•सहायक नदी: नारंगी, कोटरी
---------------------------------------
*36 क्षिप्रा नदी*
•उद्गम स्थल: काकरी बरडी पहाड़ी, इंदौर
•सहायक नदी: चम्बल नदी
---------------------------------------
*37 शारदा नदी*
•लम्बाई: 602km
•उद्गम स्थल: मिलाम हिमनद,
हिमालय, कुमायूँ
•सहायक नदी:घाघरा नदी
---------------------------------------
*38 तवा नदी*
•उद्गम स्थल: महादेव पर्वत,
पंचमढ़ी
•सहायक नदी:नर्मदा नदी
---------------------------------------
*39 हसदो नदी*
•सहायक नदी: सरगुजा में कैमूर पहाड़ियाँ
•सहायक नदी:महानदी
---------------------------------------
*40 काली सिंध नदी*
•लम्बाई: 416 km
•उद्गम स्थल:बागलो, ज़िला देवास,विंध्याचल पर्वत
•सहायक नदी:यमुना नदी
---------------------------------------
*41 सिन्ध नदी*
•उद्गम स्थल: सिरोज, गुना ज़िला
•सहायक नदी: चम्बल नदी
---------------------------------------
*42 केन नदी*
•उद्गम स्थल: विंध्याचल श्रेणी  •सहायक नदी:यमुना नदी
---------------------------------------
*43 पार्वती नदी*
•उद्गम स्थल: विंध्याचल, मध्य प्रदेश
•सहायक नदी :चम्बल नदी
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*44 घग्घर नदी*
•उद्गम स्थल: कालका,
हिमाचल प्रदेश
---------------------------------------
*45 बाण गंगा नदी*
•लम्बाई: 494km
•उद्गम स्थल: बैराठ पहाड़ियाँ, जयपुर
•सहायक नदी:यमुना नदी
---------------------------------------
*46 सोम नदी*
•उद्गम स्थल: बीछा मेंड़ा,
उदयपुर
•सहायक नदी: नजोखम, गोमती,
सारनी
---------------------------------------
*47 आयड़ या बेडच नदी*  •लम्बाई :190km
•उद्गम स्थल:गोमुण्डा पहाड़ी, उदयपुर
•सहायक नदी:बनास नदी
---------------------------------------
*48 दक्षिण पिनाकिन*
•लम्बाई: 400km
•उद्गम स्थल: चेन्ना केशव पहाड़ी,
कर्नाटक
---------------------------------------
*49 दक्षिणी टोंस*
•लम्बाई: 265km
•उद्गम स्थल: तमसा कुंड, कैमूर पहाड़ी
---------------------------------------
*50 दामन गंगा नदी*
•उद्गम स्थल: पश्चिम घाट
---------------------------------------
*51 गिरना नदी*
•उद्गम स्थल: पश्चिम घाट,
ननासिक

भारतीय घटनेतील प्रमुख कलमे

🔹भारतीय घटनेतील प्रमुख कलमे

भारताचे संविधान किंवा भारताची राज्यघटना हे भारत देशाचे संविधान किंवा पायाभूत कायदा ( legal basis) आहे. डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर हे राज्यघटनेचे शिल्पकार आहेत.(बॅ.जयकर यांच्या जागेवर निवडल्या गेलेले-डाॅ. आंबेडकर) भारतीय संविधानावर विविध पाश्चात्त्य संविधानांचा प्रभाव आहे. नोव्हेंबर २६ इ.स. १९४९ रोजी राज्यघटनेचा स्वीकार केला गेला व जानेवारी २६ इ.स. १९५० पासून भारताची राज्यघटना अंमलात आली. राज्यघटना इंग्रजी भाषेत असून हिची हिंदी भाषेतील प्रतही कायदेशीरदृष्ट्या ग्राह्य आहे.

कलम २. - नवीन राज्यांची निर्मिती

कलम ३. - राज्यांचे भूभाग ,सीमा व नावे बदलणे

कलम १४. - कायद्यापुढे समानता

कलम १७. - अस्पृशता पाळणे गुन्हा

कलम १८. - पदव्या संबंधी

कलम २१-अ. - ६-१४ वर्षे वयोगटातील मोफत व सक्तीचे शिक्षण हा मुलभूत अधिकार

कलम २३. - मानवाच्या क्रय-विक्रयास बंदी

कलम ३२. - घटनात्मक उपायाचा अधिकार.

कलम ४०. - ग्रामपंचायतीची स्थापना

कलम ४४. - समान नागरी कायदा

कलम ४८. - पर्यावरणाचे सौरक्षण

कलम ४९. - राष्ट्रीय स्मारकाचे जतन

कलम ५०. - न्यायदान व शासन यंत्रणा अलग

कलम ५१. - आंतरराष्ट्रीय शांतता प्रस्थापित करणे

कलम ५२. - राष्ट्रपती पदाची निर्मिती

कलम ५३. - राष्ट्रपती भारताचा पहिला नागरिक

कलम ५८. - राष्ट्रपती पदाच्या पात्रता

कलम ५९. - राष्ट्रपतीस केंद्र व राज्य शासनाच्या कोणत्याही सदनाचा सभासद राहता येत नाही

कलम ६०. - राष्ट्रपतीने घ्यावयाची शपथ

कलम ६१. - राष्ट्रापातीवरील महाभियोग

कलम ६३. - उपराष्ट्रपती पदाची निर्मिती

कलम ६६. - उप्रष्ट्रापतीची निवडणूक किवा पात्रता

कलम ६७. - उप्रष्ट्रापातीवरील महाभियोग

कलम ७१. - मंत्रिमंडळ व पंतप्रधानाचा सल्ला राष्ट्रपतीवर बंधनकारक

कलम ७२. - राष्ट्रपतीचा दयेचा अधिकार

कलम ७४. - पंतप्रधान व मंत्रिमंडळ

कलम ७५. - मंत्रिमंडळ लोकसभेला जबाबदार

कलम ७६. - भारताचा महान्यायवादी

कलम ७७. - भारत सरकारचा कारभार राष्ट्रपतीच्या नावे चालेल

कलम ७८. - राष्ट्रपतीने वेळोवेळी मागविलेली माहिती पुरवणे पंतप्रधान यांचे कर्तव्य

कलम ७९ - संसद

कलम ८० - राज्यसभा

कलम ८०. - राष्ट्रपती १२ सभासद राज्यसभेचे निवडतील

कलम ८१. - लोकसभा

कलम ८५. - संसदेचे अधिवेशन

कलम ९७. - लोकसभेच्या अध्यक्ष व उपाध्याक्षाचे वेतन व भत्ते

कलम १००. - राज्यसभेत एखाद्या विधेयकावर समान मते पडल्यास उपराष्ट्रपती निर्णायक मत देऊ शकतो

कलम १०१. - कोणत्याही व्यक्तीला एकाच वेळी संसदेच्या दोन्ही सभागृहाचे सभासद होता येत नाही

कलम १०८. - संसदेचे संयुक्त अधिवेशन राष्ट्रपती बोलावतो

कलम ११०. - अर्थविधेयाकाची व्याख्या

कलम ११२. - वार्षिक अंदाज पत्रक

कलम १२३. - राष्ट्रपतीला वटहुकुम काडण्याचा अधिकार

कलम १२४. - सर्वोच न्यायालय

कलम १२९. - सर्वोच न्यायालय हे अभिलेख न्यायालय असेल.

कलम १४३. - राष्ट्रपती सर्वोच न्यायालयाचा सल्ला घेऊ शकतात

कलम १४८. - नियंत्रक व महालेखा परीक्षक

कलम १५३. - राज्यपालाची निवड

कलम १५४. - राज्यपालाच्या मदतीला मुख्यमंत्री व मंत्रिमंडळ

कलम १५७. - राज्यपालाची पात्रता

कलम १६५. - अडव्होकेत जनरल (महाधिवक्ता)

कलम १६९. - विधान परिषद निर्मिती व बरखास्ती

कलम १७०. - विधानसभा

कलम १७९. - विधानसभेचा अध्यक्ष व उपाध्याक्षावरील महाभियोग

कलम २०२. - घटक राज्याचे अंदाजपत्रक

कलम २१३. - राज्यापालाचा वटहुकुम काढण्याचा अधिकार

कलम २१४. - उच्च न्यायालय

कलम २३३. - जिल्हा न्यायालय

कलम २४१. - केंद्रशाशित प्रदेशासाठी उच्च न्यायालये

कलम २४८. - संसदेचे शेशाधिकार

कलम २६२. - आंतरराज्यीय पानिवातपा संबंधी

कलम २६३. - राज्यापालाचा स्वविवेकाधिकार

कलम २८०. - वित्तआयोग

कलम ३१२. - अखिल भारतीय सेवा

कलम ३१५. - केंद्र व राज्य लोकसेवा आयोग

कलम ३२४. - निवडणूक आयोग

कलम ३३०. - लोकसभेत अनुसूचित जाती-जमातीसाठी राखीव जागा

कलम ३४३. - केंद्राची कार्यालयीन भाषा

कलम ३५०. - अल्पसंख्यांक आयोगाची निर्मिती

कलम ३५२. - राष्ट्रीय आणीबाणी

कलम ३५६. - राज्य आणीबाणी

कलम ३६०. - आर्थिक आणीबाणी

कलम ३६८. - घटनादुरुस्ती

कलम ३७०. - जम्मू-काश्मीर ला खास सवलती

कलम ३७१. - वैधानिक विकास मंडळे

कलम ३७३. - प्रतिबंधात्मक स्थानबधता कायदा

जगातील समुद्रांची यादी

जगातील समुद्रांची यादी

अटलांटिक महासागर
एड्रियाटिक समुद्र
एजियन समुद्र
आल्बोरन समुद्र
आर्जेन्टिनी समुद्र
बिस्केचे आखात
बोथनियाचे आखात
कॅम्पेकेचे आखात
फंडीचे आखात
बाल्टिक समुद्र
काळा समुद्र
बोथनियन समुद्र
कॅरिबियन समुद्र
सेल्टिक समुद्र
मध्य बाल्टिक समुद्र
चेसापीक आखात
डेव्हिसची सामुद्रधुनी
डेन्मार्कची सामुद्रधुनी
इंग्लिश खाडी
बोथनियाचे आखात
गिनीचे आखात
फिनलंडचे आखात
मेक्सिकोचे आखात
सिद्राचे आखात
सेंट लॉरेन्स आखात
व्हेनेझुएलाचे आखात
आयोनियन समुद्र
लाब्राडोर समुद्र
लिगुरियन समुद्र
आयरिश समुद्र
मार्मारा समुद्र
भूमध्य समुद्र
मिर्टून समुद्र
उत्तर समुद्र
नॉर्वेजियन समुद्र
अझोवचा समुद्र
क्रीटचा समुद्र
हेब्राइड्सचा समुद्र
सारगासो समुद्र
थ्रेशियन समुद्र
टायरेनियाचा समुद्र
वॉडेन समुद्र
आर्क्टिक महासागर
अमुंडसेन आखात
बॅफिनचा उपसागर
बारेंट्स समुद्र
बूफोर्ट समुद्र
चुक्ची समुद्र
पूर्व सायबेरियन समुद्र
ग्रीनलँड समुद्र
हडसन उपसागर
जेम्स उपसागर
कारा समुद्र
कारा सामुद्रधुनी
लापतेव समुद्र
लिंकन समुद्र
पेचोरा समुद्र
पांढरा समुद्र
दक्षिणी महासागर संपादन करा
अमुंडसेन समुद्र
बासची सामुद्रधुनी
बेलिंगहाउसेन समुद्र
डेव्हिस समुद्र
ऑस्ट्रेलियाचा उपसागर
सेंट व्हिन्सेंट आखात
रॉस समुद्र
स्कॉशिया समुद्र
स्पेन्सरचा आखात
वेडेल समुद्र
हिंदी महासागर संपादन करा
अंदमानचा समुद्र
अरबी समुद्र
बंगालचा उपसागर
एडनचे आखात
ओमानचे आखात
मोझांबिकची खाडी
पर्शियन खाडी
लाल समुद्र
तिमोरचा समुद्र
प्रशांत महासागर संपादन करा
अराफुरा समुद्र
बंदा समुद्र
बेरिंग समुद्र
बिस्मार्क समुद्र
बोहाई समुद्र
बोहोल (मिंदनाओ समुद्र)
कामोतेस समुद्र
सेलेबेस समुद्र
सेराम समुद्र
चिलीचा समुद्र
कॉरल समुद्र
पूर्व चीन समुद्र
फ्लोरेस समुद्र
अलास्काचे आखात
कोर्तेसचा समुद्र (कॅलिफोर्नियाचे आखात)
कारपेंट्रियाचे आखात
थायलंडचे आखात
हाल्माहेरा समुद्र
जावा समुद्र
कोरो समुद्र
मोलुका समुद्र
फिलिपाईन्सचा समुद्र
सावु समुद्र
बेरिंग समुद्र
जपानचा समुद्र
ओखोत्स्कचा समुद्र
सेतो समुद्र
सिबुयान समुद्र
सॉलोमन समुद्र
दक्षिण चीन समुद्र
सुलू समुद्र
तास्मान समुद्र
व्हिसायान समुद्र
पिवळा समुद्र
जमिनीने वेढलेले समुद्र संपादन करा
अरल समुद्र
कॅस्पियन समुद्र
मृत समुद्र
उत्तर अमेरिकेतील ग्रेट लेक्स (कधीकधी ह्यांचा उल्लेख समुद्र असा केला जातो).
ग्रेट सॉल्ट लेक
इसिक कुल
बालखाश सरोवर
चाड सरोवर
व्हान सरोवर
चिंघाय सरोवर

Thursday, September 28, 2017

विविध घटना, गोष्टींची भारतातील प्रथम सुरूवात

10. विविध घटना, गोष्टींची भारतातील पहिली सुरुवात

1. पहिले वर्तमान पत्र = द बेंगॉल गॅझेट (जेम्स हिके, 29 जाने. 1781)

2. पहिली टपाल कचेरी = कोलकत्ता (1727)

3. पहिले रेल्वे(वाफेचे) इंजिन = मुंबई ते ठाणे (16 एप्रिल, 1853)

4. पहिले संग्रहालय = इंडियन म्युझियम, कोलकत्ता (फेब्रु.1814)

5. पहिले क्षेपणास्त्र = पृथ्वी (1988)

6. पहिले राष्ट्रीय उद्यान = जीम कार्बेट, राष्ट्रीय उद्यान (उत्तरांचल 1935)

7. पहिले रेल्वेस्थानक = बोरीबंदर (सध्याचे छत्रपती शिवाजी)

8. पहिली भुयारी रेल्वे = मेट्रो रेल्वे दिल्ली

9. पहिले व्यापारी विमानोड्डापण = कराची ते मुंबई (ऑक्टो. 1932)

10. पहिली दुमजली रेल्वेगाडी = सिंहगड एक्सप्रेस (मुंबई ते ठाणे)

11. पहिले पंचतारांकित हॉटेल = ताजमहाल, मुंबई (1903)

12. पहिला मूकपट = राजा हरिश्चंद्र (1913 दादासाहेब फाळके निर्मिती)

13. पहिला बोलपट = आलमआरा (1913, आर्देशिर इराणी निर्मिती)

14. पहिला मराठी बोलपट = अयोध्येचा राजा

15. पहिले जलविद्युत केंद्र = दार्जिलिंग (1898)

16. पहिला तेलशुद्धीकरण कारखाना = दिग्बोई (1901, आसाम)

17. पहिला आधुनिक पोलाद कारखाना = कुल्टी, प.बंगाल

18. पहिले दूरदर्शन केंद्र = दिल्ली (1959)

19. पहिली अनुभट्टी = अप्सरा, तारापूर (1956)

20. पहिले अंटार्क्टिका मोहीम = डिसेंबर 1981, मोहीम प्रमुख प्रा. कासीम

21. पहिले विद्यापीठ = कोलकत्ता (1957)

22. पहिला स्कायबस प्रकल्प = मडगाव, गोवा

23. पहिले रासायनिक बंदर = दाहेज, गुजरात

24. भारतीय बनावटीचा पहिला रणगाडा = विजयंता

25. पहिले टेलिफोन एक्सचेंज = कोलकत्ता (1881)

26. भारताचे पहिले लढाऊ विमान = नॅट

जगातील प्रमुख वाळवंटी प्रदेश

🌐जगातील प्रमुख वाळवंटी प्रदेश🌐

वाळवंटाचे नाव = प्रदेश(खंड) = क्षेत्रफळ (चौ.कि.मी.)

1. सहारा = उत्तर आफ्रिका = 90,65,000

2. ऑस्ट्रेलियन = ऑस्ट्रेलिया = 15,50,000

3.  गोबी = मंगोलिया (मध्य आशिया) = 12,95,000

4. कलाहारी = बोस्टवाना (द.प. आफ्रिका) = 5,82,000

5. थर = भारत-पाकिस्तान = 4,53,000

6. काराकुम = रशिया = 3,10,000

7. कोलोराडो = प.अमेरिका = 3,10,00

महत्त्वाची कलमे, महाराष्ट्रातील जलाशय व धरणे, महाराष्ट्रातील पुरस्कार मानकरी, राष्ट्रीयीकृत बँक मुख्य कार्यालय, महाराष्ट्रातील महामंडळे

*1. काही महत्वाची कलमे*

1. राष्ट्रपती - 52
2. उपराष्ट्रपती- 63
3. राज्यपाल -155
4. पंतप्रधान - 74
5. मुख्यमंत्री - 164
6. विधानपरिषद - 169
7. विधानसभा - 170
8. संसद - 79
9. राज्यसभा - 80
10. लोकसभा - 81
11. महालेखापरीक्षक :- 148
12. महाधिवक्ता - 165
13. महान्यायवादी - 75
14. महाभियोग - 61
15. केंद्रीय लोकसेवा आयोग - 315
16. निवडणुक आयोग - 324
17. सर्वोच्च न्यायालय - 124
18. उच्च न्यायालय- 214
19. जिल्हा न्यायालय- 233
20. राष्ट्रीय आणिबाणी - 352
21.राष्ट्रपती राजवट- 356
22.आर्थिक आणिबाणी-360
23. वित्त आयोग - 280
24. घटना दुरुस्ती - 368
25. ग्रामपंचायत - 40

*2. महाराष्ट्र - जलाशय व धरणे*

1. कोयना - शिवाजी सागर - (कोयना) हेळवाक (सातारा)
2. जायकवाडी - नाथसागर (गोदावरी) औरंगाबाद
3. बाभळी प्रकल्प - (गोदावरी) नांदेड
4. भंडारदरा - (प्रवरा) अहमदनगर
5. गंगापूर - (गोदावरी) नाशिक
6. राधानगरी - (भोगावती) कोल्हापूर
7. मोडकसागर - (वैतरणा) ठाणे
8. उजनी - (भीमा) सोलापूर
9. तोतलाडोह - मेघदूत जलाशय (पेंच)- नागपूर
10. यशवंत धरण - (बोर) वर्धा
11. खडकवासला - (मुठा) पुणे
12. येलदरी - (पूर्णा) परभनी

*3. महाराष्ट्र भुषण पुरस्काराचे मानकरी*

1. 1996 – पु. ल. देशपांडे (साहित्य)
2. 1997 – लता मंगेशकर (कला, संगीत)
3. 1999 – विजय भाटकर (विज्ञान)
4. 2000 – सुनील गावसकर
5. 2001 – सचिन तेंडुलकर (क्रीडा)
6. 2002 – भीमसेन जोशी (कला, संगीत)
7. 2003 – अभय बंग आणि राणी बंग (समाजसेवा आणि आरोग्यसेवा)
8. 2004 – बाबा आमटे (समाजसेवा)
9. 2005 – रघुनाथ माशेलकर (विज्ञान)
10. 2006 – रतन टाटा (उद्योग)
11. 2007 – रा. कृ. पाटील (समाजसेवा)
12. 2008 – नानासाहेब धर्माधिकारी (समाजसेवा)
13. 2008 – मंगेश पाडगावकर (साहित्य)
14. 2009 – सुलोचना लाटकर (कला, सिनेमा)
15. 2010 – जयंत नारळीकर (विज्ञान)
16. 2011 – अनिल काकोडकर (विज्ञान)
17. 2015 – बाबासाहेब पुरंदरे (साहित्य


*4. राष्ट्रीयकृत बैंक आणि त्यांची कार्यालय*

1. अलाहाबाद बैंक - कोलकाता
2. बैंक ऑफ इंडिया - मुंबई
3. बैंक ऑफ महाराष्ट्र - पुणे
4. केनरा बैंक - बैंगलोर
5. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया - मुंबई
6. कॉरपोरेशन बैंक - मंगलौर
7. देना बैंक - मुंबई
8. इंडियन बैंक - चेन्नई
9. इंडियन ओवरसीज बैंक - चेन्नई
10. ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स - नवी दिल्ली
11. पंजाब नेशनल बैंक - नवी दिल्ली
12. पंजाब एंड सिंध बैंक -- नवी दिल्ली
13. सिंडिकेट बैंक - मणिपाल
14. यूको बैंक - कोलकाता
15. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया - मुंबई
16. यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया - कोलकाता
17. विजया बैंक - बैंगलोर
18. आंध्रा बैंक - हैदराबाद
19. बैंक ऑफ बड़ौदा - मुंबई




*5. महाराष्ट्रातील महामंडळे*

१. महाराष्ट्र औद्योगिक विकास महामंडळ - दिनांक १ ऑगस्ट, १९६२
२. महाराष्ट्र राज्य औद्योगिक व गुंतवणूक महामंडळ - ३१ मार्च, १९६६
३. महाराष्ट्र राज्य वित्तीय महामंडळ - दिनांक १ एप्रिल, १९६२
४. महाराष्ट्र राज्य लघु उद्योग विकास महामंडळ - १९६२
५. महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन - १९७८
६. महाराष्ट्र राज्य खादी ग्रामोद्योग मंडळ - १९६२
७. महाराष्ट्र पर्यटन विकास महामंडळ - १९७५
८. महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन महामंडळ -१९६१
९. महाराष्ट्र राज्य शेती महामंडळ (मर्यादित. - १९६३
१०. महाराष्ट्र कृषी उद्योग विकास महामंडळ - १९६५
११. मराठवाडा विकास महामंडळ - १९६७
१२. कोकण विकास महामंडळ (मर्यादित. - १९७०
१३. विदर्भ विकास महामंडळ (मर्यादित. - १९७०
१४. महाराष्ट्र कृष्ण खोरे महामंडळ - १९९६
१५. विदर्भ सिंचन विकास महामंडळ - १९९७
१६. कोकण सिंचन विकास महामंडळ - १९९७
१७. तापी सिंचन विकास महामंडळ - १९९७
१८. गोदावरी मराठवाडा सिंचन विकास महामंडळ - १९९८
१९. महात्मा फुले मागास वर्ग विकास महामंडळ - १९७८
२०. म्हाडा - १९७६

महाराष्ट्रातील संतांची समाधीस्थाने

🔹महाराष्ट्रातील महत्त्वाच्या संतांची समाधीस्थाने :

[संत] - [समाधीस्थाने]

गाडगे महाराज - अमरावती
रामदासस्वामी - सज्जनगड
एकनाथ - पैठण
गजानन महाराज - शेगाव
ज्ञानेश्वर - आळंदी
गोरोबा कुंभार - तेर
चोखा मेळा - पंढरपूर
मचिन्द्रनाथ - सप्तशृंगी
तुकडोजी महाराज - मोझरी
संत तुकाराम - देहू
साईबाबा - शिर्डी
जनार्दनस्वामी - दौलताबाद
निवृत्तीनाथ - त्र्यंबकेश्वर
दामाजी पंत - मंगळवेढा
श्रीधरस्वामी - पंढरपूर
गुरुगोविंदसिंह - नांदेड
रामदासस्वामी - जांब
सोपानदेव - सासवड
गोविंदप्रभू - रिधपुर
जनाबाई - गंगाखेड



___________________________________

मराठी व्याकरण - पुस्तके व लेखक

मराठी व्याकरण:
🎯परीक्षेत हमखास विचारणारे पुस्तके 🎯

पुस्तकाचे नाव      -        लेखकाचे नाव

*प्लेईंग टू विन - सायना नेहवाल
*हिंदू- जगण्याची समृद्ध अडगळ, कोसला - डॉ. भालचंद्र नेमाडे
*टू द लास्ट बुलेट - विनीता कामटे/विनीता देशमुख
*हाफ गर्लफ्रेंड- चेतन भगत
*प्लेईंग इट माय वे - सचिन तेंडूलकर
*आय डेअर - किरण बेदी
*ड्रिम्स फ्रॉम माय फादर - बराक ओबामा
*इंडिया डिव्हायडेड - राजेन्द्र प्रसाद
*सनी डेज - सुनिल गावस्कर
*द टेस्ट ऑफ माय लाईफ - युवराज सिंग
*झाडाझडती, महानायक, राजे संभाजी, पानीपत, पांगीरा, लस्ट फॉर लालबाग - विश्‍वास पाटील
*छावा, मृत्यूंजय, लढत, युगंधर - शिवाजी सावंत
*श्रीमान योगी, स्वामी - रणजित देसाई
*वाट तुडविताना - उत्तम कांबळे
*अक्करमाशी - शरदकुमार लिबाळे
*एकच प्याला - राम गणेश गडकरी
*कोल्हाट्याचे पोरं - किशोर शांताबाई काळे
*यमुना पर्यटन - बाबा पद्मजी
*पण लक्षात कोण घेतो - ह.ना.आपटे
*सुदाम्याचे पोहे - श्रीपाद कृष्ण कोल्हाटकर
*गिताई - विनोबा भावे
चल्या - लक्ष्मण गायकवाड
*उपरा - लक्ष्मण माने
*एक होता कार्व्हर - वीणा गवाणकर
*भिजली वही - अरूण कोल्हटकर
*नटसम्राट - वि.वा.शिरवाडकरमाझी जन्मठेप - वि.दा.सावरकर
*श्यामची आई - साने गुरूजी
*धग - उध्दव शेळके
*ययाती, अमृतवेल - वि.स.खांडेकर
*एक झाड दोन पक्षी, रणांगण - विश्‍वास बेडेकर
*गोतावळा, झोंबी - आनंद यादव
*जेव्हा माणुस जागा होतो - गोदावरी परूळेकर
&ज्वाला आणि फुले - बाबा आमटे
*बलूतं - दया पवार
*बारोमास - सदानंद देशमुख
*आहे मनोहर तरी - सुनिता देशपांडे
*शाळा - मिलींद बोकील
*चित्रलिपी - वसंत आबाजी डहाके
*बनगरवाडी - व्यंकटेश माडगुळकर
गोलपीठा - नामदेव ढसाळ
जेव्हा मी जात चोरली - बाबुराव बागूल
*मी कसा झालो - प्र.के.अत्रे
*मी कसा घडलो - आर.आर.पाटील
*सखाराम बाईंडर - विजय तेंडूलकर
*ओडिशी ऑफ माय लाईफ - शिवराज पाटील
*उनिकी - सी. विद्यासागर राव
*मुकुंदराज - विवेक सिंधू
*दासबोध, मनाचे श्‍लोक - समर्थ रामदास
*बावनकशी, काव्यफुले, सुबोध रत्नाकर -सावित्रीबाई फुले
*गीतारहस्य - लोकमान्य टिळक
*बटाट्याची चाळ, तीन पैशाचा तमाशा - पु.ल. देशपांडे
माझे विद्यापीठ, सनद, जाहिरनामा - नारायण सुर्वे
*फकिरा - अण्णाभाऊ साठे
*रामायण - वाल्मीकी
*मेघदूत - कालीदास
*पंचतंत्र - विष्णू शर्मा
*मालगुडी डेज - आर.के.नारायण
*माझे सत्याचे प्रयोग - मोहनदास गांधी
*महाभारत - महर्षी व्यास
*अर्थशास्त्र - कौटील्य
*अन् हॅपी इंडीया - लाला लजपतराय
*माय कंट्री माय लाईफ - लालकृष्ण अडवाणी
*रोमान्सिंग विथ लाईफ - देव आनंद
*प्रकाशवाटा - प्रकाश आमटे
*आमचा बाप आणि आम्ही - डॉ. नरेंद्र जाधव
*दास कॅपीटल - कार्ल मार्क्स
*एशियन ड्रामा - गुन्नर मिर्दालद.
*गाईड - आर.के.नारायण
*हॅम्लेट - शेक्सपिअर
*कर्‍हेचे पाणी - आचार्य अत्रे
*कृष्णाकाठ - यशवंतराव चव्हाण
*ज्योतीपुंज - नरेंद्र मोदी
*शतपत्रे - भाऊ महाजन
*प्रिझन डायरी - जयप्रकाश नारायण
*माझे स्वर माझे जिवण - प.रविशंकर
*निबंधमाला - विष्णुशास्त्री चिपळूणकर
*दि.विंग्ज् ऑफ फायर - ए.पी.जे अब्दूल कलाम
*स्पीड पोस्ट - शोभा डे
*पितृऋण - सुधा मूर्ती
*माझे गाव माझे तीर्थ - अण्णा हजारे
*एक गाव एक पानवटा - बाबा आढाव
*लज्जा - तस्लीमा नसरीन
*मंझील से ज्यादा सफर - व्ही.पी.सिंग
*कोसबाडच्या टेकडीवरून - अनुताई वाघ
*गोल्डन गर्ल - पी.टी.उषा
*राघव वेळ - नामदेव कांबळे
*आकाशासी जुळले नाते - जयंत नारळीकर
*गोईन - राणी बंग
*सेवाग्राम ते शोघग्राम - अभय बंग

आंतरराष्ट्रीय दिनविशेष




आंतरराष्ट्रीय दिनविशेष -

•    जागतिक हास्यदिन - 10 जानेवारी

•    जागतिक सीमाशुल्क दिन - 26 जानेवारी

•    जागतिक कुष्ठरोग निर्मुलन दिन - 30 जाने

•    जागतिक पाणथळ/विवाह दिन - 4 फेब्रु

•    जागतिक कर्करोग दिन - 4 फेब्रुवारी

•    जागतिक रूग्ण हक्क दिन - 11 फेब्रुवारी

•    जागतिक प्रेम दिन - 14 फेब्रुवारी

•  जागतिक सामाजिक स्वच्छता दिन -20 फेबु

•    जागतिक सामाजिक न्याय दिन - 20 फेब्रु

•    जागतिक मातृभाषा दिन - 21 फेब्रुवारी

•    जागतिक महिला दिन - 8 मार्च

•    जागतिक ग्राहक दिन - 15 मार्च

•    जागतिक अपंग दिन - 17 मार्च

•    जागतिक चिमणी दिन - 20 मार्च

•    जागतिक वन दिन - 21 मार्च

•    जागतिक जल दिन - 22 मार्च

•    जागतिक हवामान दिन - 23 मार्च

•    जागतिक क्षयरोग दिन - 24 मार्च

•    जागतिक रंगभूमी दिन - 27 मार्च

•    जागतिक आरोग्य दिन - 7 एप्रिल

•    जागतिक होमीओपॅथी दिन - 10 एप्रिल

•    जागतिक वारसा दिन - 18 एप्रिल

•    जागतिक वसुंधरा दिन - 22 एप्रिल

•    जागतिक पुस्तक दिन - 23 एप्रिल

•    जागतिक कॉपीराईट दिन - 23 एप्रिल

•    जागतिक बौद्धीक संपदा दिन - 26 एप्रिल

•    जागतिक कामगार दिन - 1 मे

•    जागतिक सौरदिन - 3 मे

•    जागतिक रेडक्रॉस दिन - 8 मे

•    जागतिक कुटुंब दिन - 15 मे

•    जागतिक दूरसंचार दिन - 17 मे

•    जागतिक दहशतवाद विरोधी दिन - 21 मे

•    जागतिक राष्ट्रकुल दिन - 24 मे

•    जागतिक तंबाखूविरोधी दिन - 31 मे

•    जागतिक दूध दिन - 1 जून

•    जागतिक पर्यावरण दिन - 5 जून

•    जागतिक बालरक्षक दिन - 6 जून

• जागतिक बालकामगार मुक्ती दिन - 12 जून

•    जागतिक रक्तदान दिन - 14 जून

•    जागतिक योग दिन - 21 जून

•    जागतिक ऑलिम्पिक दिन - 23 जून

• जागतिक अंमली पदार्थ विरोधी दिन-26 जून

•    जागतिक लोकसंख्या दिन - 11 जूलै

•    जागतिक नेल्सन मंडेला दिन - 18 जूलै

•    जागतिक वनसंवर्धन दिन - 23 जूलै

•    जागतिक हिरोसिमा दिन - 6 ऑगस्ट

•    जागतिक विश्‍वशांती दिन - 6 ऑगस्ट

•    जागतिक नागसाकी दिन - 9 ऑगस्ट

•    जागतिक युवक दिन - 12 ऑगस्ट

•    जागतिक जेष्ठ नागरिक दिन - 21 ऑगस्ट

•    जागतिक नारळ दिन - 2 सप्टेंबर

•    जागतिक साक्षरता दिन - 8 सप्टेंबर

•    जागतिक अभियंता दिन - 15 सप्टेंबर

•    जागतिक लोकशाही दिन - 15 सप्टेंबर

•    जागतिक ओझोन दिन - 16 सप्टेंबर

•    जागतिक शांतता दिन - 21 सप्टेंबर

•    जागतिक पर्यटन दिन - 27 सप्टेंबर

•    जागतिक हृदयरोग दिन - 30 सप्टेंबर

•    जागतिक वृद्ध दिन - 1 ऑक्टोंबर

•    जागतिक अहिंसा दिन - 2 ऑक्टोंबर

•    जागतिक शिक्षण दिन - 5 ऑक्टोंबर

•    जागतिक अंध दिन - 15 ऑक्टोंबर

•    जागतिक विद्यार्थी दिन - 15 ऑक्टोंबर

•    जागतिक अन्न दिन - 16 ऑक्टोंबर

•    जागतिक दारिद्र निर्मुलन दिन - 17 ऑक्टो

•जागतिक आयोडिन कमतरता दिन-21ऑक्टो

•    जागतिक युनो दिन - 24 ऑक्टोबर

•    जागतिक इंटरनेट दिन - 29 ऑक्टोबर

•    जागतिक युनेस्को दिन - 4 नोव्हेंबर

•    जागतिक विज्ञान दिन - 10 नोव्हेंबर

•    जागतिक मलाला दिन - 10 नोव्हेंबर

•    जागतिक शौचालय दिन - 19 नोव्हेंबर

•  जागतिक पर्यावरण संवर्धन दिन -25 नोव्हे

•    जागतिक एड्स दिन - 1 डिसेंबर

•    जागतिक संगणक साक्षरता दिन - 2 डिसें

•    जागतिक अपंग दिन - 3 डिसेंबर

•    जागतिक मानवी हक्क दिन - 10 डिसेंबर

•    जागतिक युनिसेफ दिन - 11 डिसेंबर

•    जागतिक जैवविविधता दिन - 29 डिसेंबर

राष्ट्रीय दिनविशेष -

•    राष्ट्रीय प्रवासी दिन - 9 जानेवारी

•    राष्ट्रीय युवक दिन - 12 जानेवारी (स्वामी विवेकानंद जयंती)

•    राष्ट्रीय भूदल दिवस - 15 जानेवारी

•    राष्ट्रीय भुगोल दिन - 15 जानेवारी

•    राष्ट्रीय बालिका दिन - 24 जानेवारी

•    राष्ट्रीय पर्यटन दिन - 25 जानेवारी

•    राष्ट्रीय मतदार दिन - 25 जानेवारी

•    राष्ट्रीय प्रजासत्ताक दिन - 26 जानेवारी

•    राष्ट्रीय हुतात्मा दिन - 30 जानेवारी

•    राष्ट्रीय विज्ञान दिन - 28 फेब्रुवारी(सी.व्ही.रमन जन्म)

•    राष्ट्रीय व्यसनमुक्ती दिन - 29 फेब्रुवारी

•    राष्ट्रीय संरक्षण दिन - 3 मार्च

•    राष्ट्रीय टपाल दिन - 10 ऑक्टोबर

•    राष्ट्रीय ऐक्य दिन - 20 ऑक्टोबर

•    राष्ट्रीय एकात्मता दिन - 31 ऑक्टोबर (इंदिरा गांधी स्मृतीदिन)

•    राष्ट्रीय एकता दिन - 31 ऑक्टोबर (वल्लभभाई पटेल जयंती)

•    राष्ट्रीय शिक्षण दिन - 11 नोव्हेंबर (मो. आझाद जयंती)

•    राष्ट्रीय पक्षी दिन - 12 नोव्हेंबर
•    राष्ट्रीय बालकदिन - 14 नोव्हेंबर
•    राष्ट्रीय नौदल दिन - 4 डिसेंबर
•    राष्ट्रीय ध्वज दिन - 7 डिसेंबर

Wednesday, September 27, 2017

Old Istanbul & The Bosphorus in 4K (Ultra HD)

Cappadocia, Turkey in 4K (Ultra HD)

Ancient City of Sigiriya, Sri Lanka in 4K (Ultra HD)

Stone Forest, Kunming, China in 4K (Ultra HD)

Dali Old Town, Yunnan, China in 4K (Ultra HD)

Leshan Giant Buddha, Sichuan, China in 4K (Ultra HD)

Yungang Grottoes, Shanxi, China in 4K (Ultra HD)

Mandalay, Myanmar in 4K (Ultra HD)

Shwedagon Pagoda, Myanmar in 4K (Ultra HD)

Golden Rock, Myanmar in 4K (Ultra HD)

Popa Taung Kalat, Myanmar in 4K (Ultra HD)

Inside the Grand Canyon: 6 days on Colorado River, Arizona in HD

education.Maharashtra.gov.in

MDM Portal Login

Student Portal Login

Staff Transfer Portal Login

Staff Portal Login

School Portal Login

Tuesday, September 19, 2017

Beautiful and scary 99 Bending Road in Tianmen Mountain- Zhangjiajie, C...

The Great Wall of China in 4k - DJI Phantom 4

Air - New Zealand in 4K

New Zealand - 'The Adventure' by Drone (4K)

West Canada by Drone (4K)

Beautiful Lofoten (Norway / Arctic Circle) AERIAL DRONE 4K VIDEO

Beautiful Lofoten (Norway / Arctic Circle) AERIAL DRONE 4K VIDEO

Beautiful Mallorca (Balearic Islands) AERIAL DRONE 4K VIDEO

Raw: Lava Flows From Russian Volcano

Epic High Deep Snow Removal Mega Machines: Grader, Truck, Loader, Bulldo...

Monday, September 11, 2017

Every Child Is Special - Full Movie 2007 (Subtitled PT/BR)

Saral Student update

कर्तव्यनिष्ठ 10 शिक्षक

भारतातील असे १० शिक्षक ज्यांनी प्रतिकूल परिस्थितीवर मात करत शाळा घडवली.
मुलांच्या आयुष्यात शिक्षणाचं मोठं महत्त्व आहे. हे महत्त्व मुलांना समजावं यासाठी दोघांची भूमिका प्रमुख असते. एक मुलांचे आई-वडिल जे त्यांना शिक्षणासाठी प्रेरणा देतात आणि दुसरे शिक्षक. जे मुलांमध्ये अभ्यासाबाबत गोडी निर्माण करतात. या दोन्हीपैकी एकानंही सूट दिली तर त्याचा परिणाम हा मुलांवर होतो. मुलांचं भविष्य कमकुवत होऊ शकतं. मुलांना प्रेरणा देणाऱ्या काही शिक्षकाचा हा थक्क करणारा प्रवास आहे.

1)बाबर अली
सध्या त्याचे वय २१ वर्ष आहे त्याने शिक्षकी पेश्याची सुरवात वयाच्या ९ व्या वर्षी केली. वयाच्या १५ व्या वर्षी तो शाळेचा मुख्याध्यापक झाला तेव्हा ३०० विद्यार्थी आणि ६ शिक्षक त्याच्या शाळेवर कार्यरत होती. त्याच्या मते जर तुम्हाला एखादी गोष्ट साध्य करायची असेल तर पैसा,वय,सुविधा ह्या गोष्टी दुय्यम आहे.

2)आदित्य कुमार
जिथे कोणीही पोहचत नाही तिथे तो शिक्षण गंगा घेऊन जातो.
आदित्य कुमारला लोक सायकल गुरुजी म्हणून ओळखतात. रोज ६० ते ६५ किमी अंतर तो सायकल वर फिरतो. आणि लखनो भागातील झोपडपट्टी मधील मुलांना मोफत शिक्षण द्यायचे काम तो अविरत १९९५ पासून करत आहे.

3)अरविंद गुप्ता
आनंददायी शिक्षण देणारा शिक्षक
टाकाऊ वस्तू पासून खेळणे बनविण्याकरिता अरविंद गुप्ता प्रसिद्ध आहे. त्याने आतापर्यत वेगवेगळे शैक्षणिक साहित्य टाकाऊ वस्तूपासून बनविले आहे. त्याचे हे विडीओ तुम्ही youtube वरही बघू शकता. प्रत्येक घटनेमागील वैज्ञानिक कारण काय आहे हे तो या कृतीतून दाखवितो.

4)राजेश कुमार शर्मा
शिक्षण देण्याकरिता इमारतीची गरज नाही हे सांगणारा शिक्षक
राजेश कुमारची शाळा दिल्ली येथील उडान पुला खाली भरते. झोपडपट्टीतील मुलांना येथे तो शिक्षण देतो. पुला खालील शाळा म्हणून लोक त्या शाळेस ओळखतात जवळपास २०० विद्यार्थी येथे शिकतात. २००५ पासून त्याचे हे काम अविरत सुरु आहे.

5)अब्दुल मलिक
रोज शाळेत पोहत जाणारा शिक्षक…केरळमधल्या मल्लापूरममधल्या पडिजट्टुमारी अब्दुल मलिक. ४२ वर्षांचे मलिक हे येथील मुस्लिम निम्न प्राथमिक शाळेत गणिताचे शिक्षक आहेत. गेल्या २० वर्षांपासून ते शाळेत पोहत जातात. त्यांच्या शाळेत रस्त्यानंही जाता येतं. पण तो मार्ग आहे २४ किलोमीटर. या २४ किलोमीटर लांब खराब रस्त्यावरुन शाळेत जायला जेवढा वेळ लागतो तेवढ्या वेळात अब्दुल घरातून शाळेत आणि शाळेतून परत घरी पोहत परतही येतात. या सर्व दगदगीमध्ये त्यांनी आजवर शाळेतून एकदाही रजा घेतलेली नाही. हे विशेष.

6)प्राध्यापक संदीप देसाई
भिक मागून विद्यार्थ्यांना शिकवणारा शिक्षक
मुंबई मधील लोकल ट्रेन मध्ये हा रोज लोकांना भिक मागतो. कारण फक्त एक त्याच्या श्लोक या संस्थेमधील विद्यार्थ्यांना शिक्षण मिळावे.

7)रोशनी मुखर्जी
इंटरनेट च्या माध्यमातून शिक्षण
ExamFear.com या वेबसाईट वर ती विडीओ अपलोड करून अनेक विद्यार्थ्यांना शिक्षण देते. नाही का हा इंटरनेटचा प्रभावी वापर.

8)विमल कौर
वय हा केवळ एक अंक आहे.
८० वर्षीय हि शिक्षिका आजही दिल्ली येथी मदनपुर खदर येथील विद्यार्थ्यांना शिक्षण देते. तिचे हे काम मागील २० वर्षापासून सुरु आहे. गावतील शिक्षक नसल्यामुळे तिने हा निर्णय घेतला. सरिता विहार जवळील विद्यार्थी घेऊन तिने हे कार्य सुरु केले. तिला शिकवायला कुठलीही इमारत नाही तरी तिचे हे कार्य सुरु आहे.

9)कमलेश झापडीया
शिक्षण हि एक बहुमुल्य देणगी आहे. कमलेश रोज २० किमीचा प्रवास करत त्याच्या विद्यार्थ्या पर्यंत पोहचतो त्याने Edusafar नावाची वेबसाईट सुरु केलेली आहे. कोडे तयार करून तो विद्यार्थ्यांना शिकवतो त्याच्या वेबसाईट वर वर्ग १ ते १० पर्यंत विषयाचे सर्व कोडे मिळतील. कोण बनेगा करोडपती प्रमाणे हा खेळ असतो.

10)शेवटचा शिक्षक हा थोडा वेगळा आहे कारण इथे विद्यार्थीच शिक्षक आहे. आणि सोबतच्या विद्यार्थ्यांना ते शिकवतात. लदाख भागात हि शाळा चालते.

ह्या सर्व शिक्षकांना मानाचा मुजरा💐💐💐💐💐
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

Wednesday, September 6, 2017

पायाभूत चाचणी 2017

ब्रेकथ्रू लिसन प्रकल्प

दूरस्थ दीर्घिकेतून गूढ संदेश मिळाल्याचा दावा



पीटीआय, लंडन | Updated: September 3, 2017 2:54 AM


परग्रहावरील प्रगत जीवसृष्टीचा शोध घेण्याच्या प्रकल्पात तीन अब्ज प्रकाशवर्षे अंतरावरील दीर्घिकेतून गूढ संदेश मिळाले आहेत, असा दावा भारतीय वंशाच्या वैज्ञानिकाने केला आहे. स्टीफन हॉकिंग यांच्या महत्त्वाकांक्षी प्रकल्पात काम करणाऱ्या विशाल गज्जर यांनी दी टेलीग्राफला सांगितले की, हे संदेश नेमके कोठून आले आहेत याची आम्हाला कल्पना नाही. जर कुणाला दुसऱ्या जैव संस्कृतीतील लोकांना टिपता येतील असे संदेश पाठवायचे असतील तर ते तसे करू शकतात पण आताचे संदेश प्रगत जीवसृष्टीकडून आले असतील असे मला वाटत नाही.

संदेशांचे स्रोत पाहिले तर त्यापेक्षा जास्त शक्यता किंवा सिद्धांत या परग्रहावरील जीवसृष्टीबाबत आहेत. आतापर्यंत तरी उत्तरांपेक्षा प्रश्न अधिक आहेत. जितके जास्त खोलात जाऊ तेवढी गुंतागुंत वाढणार आहे. विश्वात कुठेतरी प्रगत जीवसृष्टी असू शकते व ते आपल्या जीवसृष्टीचा शोध घेऊ शकतात असे त्यांनी स्पष्ट केले.

ब्रेकथ्रू लिसन प्रकल्प प्रख्यात विश्वरचनाशास्त्रज्ञ स्टीफन हॉकिंग व रशियाचे अब्जाधीश युरी मिलनर यांनी सुरू केला असून त्यात विश्वाचे सत्य जाणून घेणे व प्रगत जीवसृष्टीचा शोध घेणे हे उद्देश आहेत. आताचे संदेश जिथून आले आहेत ते रेडिओ लहरींच्या स्फोटांचे असून आमची यंत्रणा ठोसपणे काम करीत आहे एवढाच आताच्या संशोधनाचा अर्थ आहे. हे संदेश फिरत्या न्यूट्रॉन ताऱ्याकडून आले असावेत व त्या ताऱ्याचे चुंबकीय क्षेत्र प्रखर असावे. हे संदेश सौरमाला २ अब्ज वर्षांची असताना संबंधित दीर्घिकेतून सुटले व त्यावेळी पृथ्वीवर जीवन नुकतेच आकार घेत होते. सुरुवातीला हा सुपरनोव्हाचा परिणाम असल्याचे सांगण्यात आले होते पण २०१५ व २०१६ मध्ये पुन्हा ते संदेश आल्याने त्याचा स्रोत अजूनही टिकून आहे हे स्पष्ट होत असल्याचा वैज्ञानिकांचा दावा आहे. जास्त कंप्रतेला आताची निरीक्षणे करण्यात आली असून बर्कले येथील कॅलिफोर्निया विद्यापीठाच्या वैज्ञानिक नियतकालिकात या संशोधनाची माहिती प्रसिद्ध होणार आहे.



‘ब्रेकथ्रू लिसन’ प्रकल्प

ब्रेकथ्रू लिसन हा १०० दशलक्ष डॉलर्सचा कार्यक्रम असून तो २०१५ मध्ये हॉकिंग व मिलनर यांनी सुरू केला. त्यात अनेक देशांतील पथके दुर्बिणींच्या मदतीने परग्रहावरील जीवसृष्टीचा शोध घेत आहेत. दहा वर्षांच्या या कार्यक्रमात आपल्या आकाशगंगेच्या दीर्घिका प्रतलातील पृथ्वीजवळच त्या १०००००० ताऱ्यांचा शोध घेतला जाणार आहे. पृथ्वीबाहेर जीवसृष्टी शोधण्याचा हेतू यात आहे, असे स्टीफन हॉकिंग यांनी ही योजना सुरू करताना सांगितले होते.

Wajood

Tuesday, August 29, 2017

दान

एकदा कृष्ण आणि अर्जुन एका गावाच्या दिशेने चालत निघाले होते.
अर्जुन कृष्णाला सारखा खोचकपणे विचारत होता, कर्णालाच का सगळे सर्वश्रेष्ठ दाता म्हणून संबोधतात आणि मला का नाही?

लगेच कृष्णाने समोरच्या दोन टेकडयांचे रूपांतर सोन्याच्या टेकडयांमध्ये केले आणि अर्जुनाला म्हणाला......

हे सगळे सोने गावकरयांमध्ये वाटून टाक
अट एकच एकूण एक सोने तू दान केले पाहिजेस.

लगेच अर्जून जवळच्या गावात गेला आणि तिथे त्याने जाहीर केले की...

मी प्रत्येक गावकरयांला सोने दान करणार आहे आणि त्यासाठी प्रत्येकाने टेकडीपाशी यावे.
लोक अर्जूनाच्या मागे टेकडीच्या दिशेने चालू लागले.

पुढे अर्जुन छाती काढून चालत होता.

मागे गावकरी त्याचा जयजयकार करत होते.

दोन दिवस, दोन रात्री काम चालू होते.

अर्जून खोदत होता आणि सोने काढून लोकांना देत होता.

पण टेकडी थोडीदेखील संपली नव्हती.

लोक सोने घेऊन घरी जायचे आणि परत येऊन रांगेत उभे राहायचे.

आता अर्जून अगदी दमून गेला होता.

पण त्याचा अहंकार त्याला माघार घेऊ देत नव्हता.

शेवटी त्याने कृष्णाला सांगितले की बास....!

आता यापुढे मी काम करू शकत नाही.
मग कृष्णाने कर्णाला बोलावले आणि सांगितले की.......

या दोन सोन्याच्या टेकडया आहेत त्या तू लोकांना दान करून टाकायच्या......
लगेच कर्णाने पंचक्रोशीतील गावकरयांना बोलवले आणि सांगितले की.....

या दोन सोन्याच्या टेकडया तुमच्या आहेत.

एवढे सांगून कर्ण तिथून निघून गेला.

लोक सोने वाहून नेऊ लागले. अर्जून चकित होऊन पाहात बसला.

हा विचार आपल्या मनात का आला नाही.....

या प्रश्नाने तो अस्वस्थ झाला. कृष्ण मिश्कीलपणे हसला आणि म्हणाला.....

अनावधानाने का होईना तू सोन्याकडे आकर्षित झालास.....!

तू गर्वाने प्रत्येक.......
गावक-याला सोने वाटू लागलास.

जणू काही आपण उपकार करतो आहोत अशा थाटात तू दान करत होतास.....!

कर्णाच्या मनात असले काहीही नव्हते.

त्याने दान केले आणि तो निघूनही गेला.

आपले कुणी कौतुक करतंय.....
गुणगान गातंय......
हे पाहण्यासाठी देखील तो थांबला नाही.
व्यक्ती प्रकाशाच्या मार्गावर चालत असल्याचे हे लक्षण आहे.
देणगीच्या बदल्यात लोकांनी आपले कौतुक करावे.....
शुभेच्छा द्याव्यात..... धन्यवाद द्यावेत अशी अपेक्षा ठेवणे.....
म्हणजे ते काही निरपेक्ष दान नसते.
कुठल्याही परताव्याची अपेक्षा न ठेवता दान करावे.............

*"काय चुकलं"* *हे शोधायला हवं,*
*पण आपण मात्र* *"कुणाचं चुकलं"* *हेच शोधत राहतो..*

 *🤗आपली माणस मोठी करा,*
*आपोआप आपणही मोठे होऊ...*

Tuesday, August 22, 2017

Aaj Ki Awaz Full Movie | Hindi Movie 2017 Full Movies | Hindi Movies | L...

Hindustan Ki Kasam | Hindi Movies 2016 Full Movie | Ajay Devgan Movies |...

FRANCE 24 Live – International Breaking News & Top stories - 24/7 stream

Live | Rajya Sabha Television

NASA TV Public-Education

Video Replay: The Moon - Incredible Lunar Views From The Japanese SELENE...

SAAM TV [ LIVE ]

euronews LIVE

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Sky News - Live

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DD NEWS LIVE 24/7

Tv9 Marathi Live Stream

News Nation Live TV | LIVE Hindi News Channel | News Live Stream India

News18 India Live

Aaj Tak Live TV

Saturday, August 12, 2017

Special Report- Moirang

PSM Baseline Test 2017

PSM पायाभूत चाचणी सन २०१७ दि. ७ सप्टेंबर २०१७, इ.२ री ते ९ वी, प्रथम भाषा मराठी, वेळ ११.०० ते १ ; ८ सप्टेंबर २०१७, इ.२री ते ९वी, गणित, वेळ ११ ते १; ११ सप्टेंबर २०१७, इ.३री ते ९वी, इंग्रजी, वेळ ११.०० ते १.००; १२ सप्टेंबर २०१७, इ.६वी ते ९वी, विज्ञान, वेळ ११ ते १

Thursday, August 10, 2017

Slide show add in blog

ब्लॉग मध्ये slide show कसा add करायचा
●प्रथम आपणास ज्या फोटोज चा Slideshow ठेवायचा आहे , ते फोटो तयार ठेवा.
त्यानंतर खालील साईटवर जा.
www.Slideful.com
या साईटवर गेल्यास आपणास Choose file या बटणावर क्लिक करून एक -एक फोटो Upload करा.
( लक्षात घ्या, की आपण येथे फक्त 10 च फोटो Upload करू शकतो.)
त्यानंतर  खालील Next बटणावर क्लिक करा.

●पुढील पेजवर आपणास दोन ऑप्शन दिसतील,
1) Normal Slideshow
2) Simple news Slideshow
त्यापैकी Simple news Slideshow या बटणावर क्लिक करा.

●पुढील पेजवर आपणास विविध  Steps दिसतील.
त्यात
 Size
Slide design
Button and Text Location
Back and Forward Buttons
Colours

असे विविध बटण दिसतील त्यात हवा तो बदल करा.
Step 6 मध्ये Slide transition या बटणावर क्लिक करून आपणास Slideshow चा हवा Effect निवडा.
लक्षात ठेवा ,त्या Steps पैकी तुम्हाला हव्या त्या Steps मध्येच बदल करा.
उरलेल्या रिकाम्या ठेवा.
खाली Save and Next या बटणावर क्लिक करा.

●पुढील पेज वर Images with no copy right problems या शिर्षकाखाली
Click here to follow path या बटणावर क्लिक करा.

●त्यानंतर Get the Html code या बटणावर क्लिक करा.

●आपणास दोन Html code मिळतील त्यातील पहिला Html code काॅपी करा , व Blog लेआऊट मध्ये जाऊन Html java Script Gazzet निवडून code पेस्ट करा.व Save या बटणावर क्लिक करा.
आपला Slideshow तयार.

Blog design HTML Effect

ब्लॉग डिझाईन - HTML इफेक्टसह
                 @  ब्लॉग  बनवू सुंदर  @
  @ HTML  चा वापर करून  टेक्स्ट  इफेक्ट देणे  - हलणारी अक्षरे @
          फक्त  खालील  सुचनेनुसार प्रोसेस  करा-
 ■ सुचना -
                    खाली अक्षरांना  हलणारे  इफेक्ट  कसे द्यायचे  याबाबत  सोपे व जास्तीत जास्त  वापर  होणारे चार इफेक्ट  दिलेले आहेत.  हे इफेक्ट  ब्लॉग वर  अॅड केल्यावर  आकर्षक  ब्लाॅगरचना दिसते.
         खाली प्रत्येक  इफेक्ट  व त्याचा कोड दिलेला आहे.  आपण  हा इफेक्ट  आपल्या  ब्लॉगवर  Page  किंवा  Post  मध्ये  अॅड  करु  शकतो.
          सर्वप्रथम  जो इफेक्ट  द्यायचा आहे , त्याचा कोड copy करा. तो तुमच्या  colour  note किंवा  कोणत्याही  ठिकाणी  paste  करून  त्याठिकाणी Edit  करा.
            edit  करताना education या शब्दाच्या  ठिकाणी  फक्त तुमचा मेसेज  जो असेल तो टाईप  करा.  तुम्ही  जो मेसेज  टाईप  केला आहे,  त्या मेसेजलाच  running  effect  दिसुन  येतो.
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1. हलणारी अक्षरे(running text ) : डावीकडून उजवीकडे
● इफेक्ट  पहा-
education

● कोड ( code ) -
<marquee behavior="scroll" direction="right ">  education  </marquee>

2. हलणारी अक्षरे ( running text ) : उजवीकडून डावीकडे
● इफेक्ट (effect) -
education
●कोड(code ) -
<marquee behavior="scroll" direction="left">  education  </marquee>
3. हलणारी अक्षरे(running text ) : खालुन वर
● इफेक्ट ( effect ) -
education


● कोड ( code ) -
 <marquee behavior="scroll" direction="up">  education </marquee>
4. हलणारी अक्षरे ( running text ) : वरुन  खाली
● इफेक्ट ( effect ) -

education


● कोड ( code ) -
<marquee behavior="scroll" direction="down">  education  </marquee>

                 
   ■ HTML ने इमेज  (image ) ला इफेक्ट  देणे  ■

   ■ सुचना -
                       post किंवा  page  मधील इमेज  ला हलणारे  इफेक्ट  देणे  सोपे  आहे. . पुढील  प्रोसेस  करा....
                           सर्वप्रथम  compose  मध्ये  असताना  image  च्या  आयकॉन  वर क्लिक करून  इमेज  घ्या. इमेज  लोड झाल्यावर  त्या इमेजला आपल्याला  इफेक्ट  द्यायचा आहे.
                              खाली  कोड दिलेले आहेत. . त्यातील  कोडचा पहिला  भाग म्हणजे  (इमेज च्या वरील)   हा  html ला क्लिक केल्यावर  त्याच्यात जो कोड तयार  आहे त्याच्या  सुरवातीला  पेस्ट  करा... त्यानंतर कोडचा दुसरा भाग (इमेज च्या  खालील )  सर्व कोड च्या  शेवटी  पेस्ट  करा  व सेव्ह करा. .... इफेक्ट तयार होईल. .


 1.इमेज - डावीकडून उजवीकडे  हलणारी ~

   ● कोड ( code ) -
 <marquee behavior="scroll" direction="right">
इमेज
</marquee>
  2 . इमेज - उजवीकडून डावीकडे  हलणारी ~

● कोड ( code ) -
<marquee behavior="scroll" direction="left">
 इमेज
 </marquee>
  3. इमेज - खालुन वर हलणारी ~

● कोड ( code ) -
<marquee behavior="scroll" direction="up">
 इमेज
 </marquee>
  4. इमेज - वरुन खाली हलणारी ~

● कोड ( code ) -
<marquee behavior="scroll" direction="down">
इमेज
 </marquee>
5. इमेज- डाव्या व उजव्या बाजूला  सरकणारी(alternate ) ~

● कोड ( code ) -
<marquee behavior="alternate">
इमेज
</marquee>

Tuesday, August 8, 2017

डभोईचा किल्ला

डभोईचा किल्ला

गुजरात भ्रमंतीत सरदार सरोवराबरोबरच डभोई किल्ला हमखास पर्यटकांच्या यादीत असतो.

अमित सामंत | Updated: August 2, 2017 1:54 AM

गुजरात भ्रमंतीत सरदार सरोवराबरोबरच डभोई किल्ला हमखास पर्यटकांच्या यादीत असतो. त्यात पर्यटकांना सर्वाधिक आकर्षण असते ते किल्ल्याचे अप्रतिम कोरीव काम असलेले दरवाजे. आपले गुजरात पर्यटन समृद्ध करायचे तर हा किल्ला आवर्जून पाहायला हवा.

गुजरातमधील सरदार सरोवर धरण पाहण्यासाठी हल्ली बरेच पर्यटक जातात. त्याच मार्गावर बडोद्यापासून ३० किलोमीटरवर डभोई नावाचे ठिकाण लागते. गुजरातमधल्या डभोईचा महाराष्ट्राशी संबंध म्हणजे एक मोठी लढाई डभोईच्या किल्ल्याच्या साक्षीने झाली होती. १ एप्रिल १७३१ रोजी पेशवे बाजीराव यांची सेनापती त्रिंबकराव दाभाडे, पिलाजी गायकवाड, धारचे पवार यांच्या संयुक्त सन्याशी लढाई झाली होती. या युद्धात दाभाडे मारले गेले.

सहाव्या शतकात बांधलेल्या डभोई ऊर्फ दर्भावती हा किल्ला वेगवेगळ्या काळात सोलंकी वाघेला, मुगल, मराठे यांच्या आधिपत्याखाली होता. हा नगरकोट असल्याने भारतातल्या सगळ्या नगरकोटांची जी अवस्था झाली आहे तशीच डभोईची अवस्था झाली आहे. किल्ल्यात असलेल्या नगराने वाढता वाढता किल्ल्यालाच गिळून टाकलेले आहे. किल्ल्याचेच सामान वापरून यातील अनेक घरे बांधलेली आहेत. इतर नगरकोटात उरतात त्याप्रमाणे येथेही किल्ल्याचे चार दिशांना असणारे चार दरवाजे उरलेले आहेत. पण हे दरवाजेच या किल्ल्याचे वैशिष्टय़  आहेत. बाराव्या शतकात बांधलेले, अप्रतिम कोरीव काम असलेले हे दरवाजे पाहण्यासाठी डभोईला वाट वाकडी करून जायला हरकत नाही. गुजरात पुरातत्त्व खात्याने हे दरवाजे अतिशय सुंदरपणे जतन केले आहेत. त्यांच्या संरक्षणासाठी केवळ संरक्षित स्मारकाचा निळा फलक न लावता त्या ठिकाणी रक्षक नेमलेले आहेत. अशी ऐतिहासिक पाश्र्वभूमी आणि कलात्मक प्रवेशद्वारे असलेला किल्ला एका तासात व्यवस्थित पाहता येतो.



बडोद्याकडून डभोई गावात शिरतानाच डाव्या बाजूला किल्ल्याचा एक बुरुज, तटबंदी त्याला लागून असलेला पाण्याने भरलेला खंदक आणि तलाव पाहायला मिळतो. गावात शिरल्यावर आपल्यासमोर येते किल्ल्याचे भव्य असे पश्चिम द्वार. याला वडोदरा भागोल (प्रवेशद्वार) या नावाने ओळखले जाते. २० फूट उंच असलेला दरवाजा आणि त्याच्या बाजूची तटबंदी पिवळ्या दगडात (सँडस्टोन)मध्ये बांधलेली आहे. या दरवाजाला सहा कमानी असून, त्या लाल दगडात बनवलेल्या आहेत. या कमानींवर सुंदर कोरीव काम केलेले आहे. त्यात पक्षी, फूल, वेलबुट्टी, व्याल, कीर्तिमुख कोरलेले आहेत. दोन कमानींच्या मधल्या भागात विविध देवतांच्या मूर्ती कोरलेल्या आहेत. दरवाजाच्या डाव्या बाजूला २० खांब असलेले एक सुंदर दालन आहे. हा दरवाजा पाहून थोडे पुढे गेल्यावर किल्ल्याचा दुसरा दरवाजा लागतो. त्याला उत्तर दरवाजा (माहुडी भागोल) या नावाने ओळखले जाते. या दरवाजातून जाणाऱ्या रस्त्याने रहदारी चालू असते. दरवाजा पाच कमानींवर तोललेला असून कमानींवर कोरीव काम केलेले आहे. दोन कमानींच्या मध्ये मूर्ती आहेत. या पुढील दरवाजा पूर्व दिशेला आहे. या दरवाजाला हिरा भागोल या नावाने ओळखले जाते. किल्ल्याचा हा सर्वात सुंदर दरवाजा असून या दरवाजाच्या आतल्या आणि बाहेरच्या बाजूला असलेल्या तटबंदीत १०० मीटर अंतरापर्यंत अप्रतिम कोरीव काम केलेले आहे. यात अनेक गवाक्षे, देवकोष्टके आहेत. त्यात विष्णू, लक्ष्मी, चामुंडा अशा अनेक देवदेवतांच्या मूर्ती आहेत. समुद्रमंथनापासून अनेक पौराणिक प्रसंग कोरलेले या ठिकाणी पाहता येतात. घोडय़ावर बसलेले योद्धे, हत्ती, हंस, व्याल, फुले, वेलबुट्टी याने हा दरवाजा सजवलेला आहे. दरवाजा सहा कमानींवर तोललेला असून, कमानींवर कोरीव काम केलेले आहे. या दरवाजाच्या बाहेरच्या बाजूस एक दरवाजा असून त्याची कमान ढासळलेली आहे, पण उरलेल्या भागावरील कोरीव काम सुंदर आहे.

बाराव्या शतकात बांधलेल्या या दरवाजाबद्दल एक दंतकथा या भागात प्रचलित आहे. या दरवाजाचे बांधकाम करणारा स्थापती हरीधर याने या दरवाजासाठी आणलेले दगड चोरून आणि इथलेच मजूर वापरून आपल्या बायकोसाठी तेन तलाव नावाचा तलाव डभोईपासून तीन किलोमीटरवर बांधला. हा अपहार राजाला कळल्यावर हरीधरला या दरवाजातच चिणून मारण्यात आले. त्यामुळे या दरवाजाचे नाव हिरा भागोल पडले आहे.

किल्ल्याचा शेवटचा दरवाजा म्हणजे दक्षिण दरवाजा. हा दरवाजा नांदोडी भागोल या नावाने ओळखला जातो. सहा कमानी असलेल्या या दरवाजाच्या कमानींवर आणि दरवाजाच्या वरही कोरीव काम केलेले आहे. या दरवाजाच्या संरक्षणासाठी बाहेरच्या बाजूस अजून एक दरवाजा बांधलेला आहे.

कसे जाल?

बडोदा- डभोई राज्य मार्ग १६१ने बडोद्यापासून ३० किमीवर डभोई गाव आहे. मुंबईहून बडोद्याकडे येताना बडोद्याच्या अलीकडे करजन गाव आहे. करजन गावातून राज्यमार्ग १११ने डभोईला जाता येते. हे अंतर ३० किलोमीटर आहे.

अमित सामंत amitssam9@gmail.com

Monday, August 7, 2017

गाढवावरचं पुस्तकालय

आज रोज युध्दाची भाषा बोलली जाते. सत्तासंघर्ष अटळ असला तरी या संघर्षाचे बळी ठरतात ती लहान मुलं. जपानमधील वेदनादायी कथा याचं मूर्तीमंत उदाहरण.
हे जरी खरं असलं तरी मुलांसाठी सतत कष्टणारे लोकही या विश्वात आहेत. त्यांना कुणी हिरो समजत नाही.कारण ती लहानासाठी काम करतात. अशाच एका लुइसची कथा. पुस्तकं वाटून त्यानं मुलांना आनंद तर दिलाच सोबत स्वप्नंही दिली.
दि. ०५/०८/२०१७ रविवारी #नवा_काळ मधून प्रकाशित झालेली ही कथा.
शुक्रिया -अरविंद गुप्ता सर
Vaibhav Chalke भाई
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           #गाढवावरचं_पुस्तकालय.
                                       
  लेखक : जेनिट विंटर                                            हिंदी अनुवाद : अरविंद गुप्ता                                                                  मराठी अनुवाद : फारूक एस.काझी
 farukskazi82@gmail.com
9921380966
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कोलंबियाच्या दाट जंगलात एक माणूस राहायचा.
लुईस त्याचं नाव.
त्याला पुस्तकं फार आवडायची.

एक पुस्तक वाचून झालं की तो नवीन पुस्तक घेऊन यायचा.
हळूहळू त्याचं घर पुस्तकाने भरून गेलं.
त्याची बायको डायना त्याच्यावर खूप चिढायची.

ती नेहमी चिढून त्याला एकच प्रश्न विचारायची.
“कशाला आणता ही पुस्तकं ? एवढ्या पुस्तकांचं काय करायचं? भाताबरोबर खायचंय का त्यांना ?”
यावर लुईस शांत राहायचा. काहीच बोलायचा नाही.

लुईसला मोठा प्रश्न पडला होता. पुस्तकांचं काय करायचं?
विचार करता करता त्याला एक कल्पना सुचली.
“मी ही पुस्तकं डोंगरा पलीकडच्या लोकांसाठी घेऊन जाईन. ज्यांच्याजवळ पुस्तकं नाहीत त्यांना देईन.
दोन गाढवं विकत घेईन. एकावर पुस्तकं ठेवीन आणि दुसऱ्यावर मी बसेन.”

लुईसने दोन धष्टपुष्ट गाढवं विकत घेतली.
त्यांची नावं होती ......अल्फा आणि बीटा.

गाढवाच्या पाठीवर पुस्तके ठेवण्यासाठी त्याने एक क्रेट बनवलं.
आणि त्यावर एक बोर्ड लावला.
‘गाढवावरचं पुस्तकालय’.
डायनाने क्रेटमध्ये पुस्तकं भरली.

दर आठवड्याला लुईस ,अल्फा आणि बीटाला घेऊन दूरवरच्या डोंगर –दऱ्यांतील गावांचा दौरा करायचा.
लोकांना , मुलांना वाचायला पुस्तकं द्यायचा.

या आठवड्यात तो इल-टोरोमेंटो या गावी जाणार होता.
प्रवासात उन्हाचा तडाखा वाढल्यावर तिघांनी ओढ्याकाठी बैठक मारली.
आराम केला. ओढ्याचं पाणी प्याले. फ्रेश होऊन जायला निघाले.
पण बीटा काही केल्या पुढे जायला तयार होईना.
बीटाच्या पाठीवर पुस्तकं होती.
तो नाही आला तर मुलांना काय वाटणार ?
‘बीटा ,हे बघ मुलं आपली वाट पाहत असतील. तू नाही आलास तर त्यांना पुस्तकं कशी देणार?”
असं म्हणताच बीटा ओढा पार करून लुईसबरोबर चालायला लागला.

डोंगरावर चढताच पुढचा रस्ता एकदम निर्जन होता.
आसपास कुणीच नव्हतं. अंधार पडू लागला होता.
पाखरांचा आवाज फक्त ऐकू येत होता.
इतक्यात त्या गुडुप्प अंधारातून एक डाकू समोर येऊन उभा राहिला.
लुईस घाबरून विनंती करू लागला.
‘कृपा करा. आम्हाला जाऊ दया.मुलं आमची वाट बघत असतील.”
लुईसजवळ पुस्तकं पाहून डाकू चिढला.
त्याने एक पुस्तक  काढून घेतलं आणि दरडावून सांगितलं.
“लक्षात ठेव पुढच्या वेळी मला चांदी पाहिजे.”

डाकू जाताच ते चालतं बोलतं पुस्तकालय पुढं सरकलं.
डोंगर पार करत चालू लागलं.
शेवटी लुईसला घरं दिसली.
इल-टोरमेंटो ची मुलं लुईसकडे धावतच आली.
पुस्तकं देण्याआधी लुईस नेहमी  एक गोष्ट सांगायचा.
“आज मी तुमच्यासाठी एक गिफ्ट घेऊन आलोय.” असं म्हणून त्याने पुस्तकांच्या गठ्ठ्यामागून मुखवट्यांचं एक बंडल बाहेर काढलं.  ते मुखवटे लहान प्राण्यांचे होते.
मुलांना त्याने ते वाटले. मुलं खुश झाली.
“आता तुम्ही आपापले मुखवटे घाला. मी तुम्हाला प्राण्यांची एक गोष्ट सांगणार आहे.”

लुईसने मुलांना गोष्ट सांगितली.
गोष्ट संपताच मुलांनी आपल्या आवडीचं पुस्तकं निवडून घेतली.
लुईसचा निरोप घेऊन मुलं घराकडे निघून गेली.
जाताना पुस्तक त्यांनी आपल्या छातीशी घट्ट धरून ठेवलं होतं.
लुईस,अल्फा आणि बीटा डोंगर दऱ्या पार करत घरी परत आले.
घरी परतताना त्यांना सर्व जंगल,टेकड्या पार कराव्या लागल्या.

घरी परतताच लुईसने आपल्या भुकेल्या गाढवांना चारा टाकला. डायनाने आपल्या उपाशी नवऱ्याला खाऊ घातलं.
थकलेला असतानाही लुईस लवकर न झोपता एक पुस्तक घेऊन वाचत बसला. रात्री उशिरापर्यंत तो  वाचत बसलेला असतो.
आणि नेमकं त्याचवेळी दूरच्या एका डोंगरावरील घरातही मेणबत्त्या अन कंदिलं जळत होती.
तिथंही मुलं पुस्तकालयातून घेतलेली पुस्तकं वाचत बसली होती.अगदी अर्धी रात्र उलटून गेली तरी.
...................................................
(लुईस सोरयीआना याची ही खरी खुरी कथा. कोलम्बियामधील ला- ग्लोरिया इथला राहणारा. त्याने या पुस्तकालयाची सुरवात ७० पुस्तकांनी केली. आता त्याच्याजवळ ४८०० पुस्तके आहेत.)

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